संक्रामक रोग से बचने के उपाय Can Be Fun For Anyone

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• घर में मास्क पहनें और हाथों को सावधानी से धोते हुए उन्हें कीटाणुरहित करें।

विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि जाँच किट और बुख़ार से राहत देने वाली दवाएँ अपने पास रखी जाएँ ताकि आप स्वयं बुख़ार का इलाज कर सकें।

• अस्पताल में भर्ती मरीज़ और देखभाल केंद्रों में रह रहे बुज़ुर्ग

इस विशेषज्ञ समूह ने यह भी कहा कि पुनःसंक्रमण मुख्य रूप से उन्हीं लोगों तक सीमित रहा जिन्हें ओमिक्रोन से पूर्व के दौर में संक्रमण हुआ था। वहीं ऐसे कोई आँकड़े नहीं हैं जो यह पुष्ट कर सकें कि यह उप-प्रकार ओमिक्रोन के अन्य उप-प्रकारों से लड़ने के लिए उत्पन्न प्रतिरक्षी तंत्र से बच सके थे।

हड्ड‍ियों की मजबूती के ल‍िए वेट ब‍ियर‍िंग एक्‍सरसाइज जैसे- वॉक‍िंग, रन‍िंग, जॉग‍िंग आद‍ि कर सकते हैं। 

जोड़ों में क्षति – ट्यूबरकुलोस अर्थराइटिस कुल्हों और घुटनों को प्रभावित करता है।

इसके बाद, हमें पता चला कि इस साल की शुरुआत में जापान में संक्रमण की छठी और सातवीं लहर के दौरान कोरोनावायरस के मुख्य प्रकार, ओमिक्रॉन के कारण रोगियों के गंभीर रूप से बीमार होने का जोखिम उतना नहीं है। साथ ही, जापान ने ओमिक्रॉन प्रकार को लक्षित करने वाला टीकाकरण भी शुरू कर दिया था। इन कारणों से जापान सरकार ने संक्रमित लोगों के लिए संगरोध अवधि को कम करने, कोरोनावायरस संक्रमण रिपोर्टिंग प्रणाली को सरल बनाने और सीमा प्रतिबंधों में ढील देने का क़दम उठाया था।

इष्चॅरिया कोलाई – यह संक्रमित पेय व खाद्यों एवं नदी-तालाब में नहाने से फैलता है, यह एवं साल्मोनेला, लिस्टीरिया, कॅम्पीलोबॅक्टर जैसे कई सूक्ष्मजीव ग़ैर-पाश्च्युरीकृत दूध से भी फैल सकते हैं, केवल उबालने से सब नहीं मिट सकते।

इस बीच, कुछ विशेषज्ञ चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

चार महीने के लिए रिफैम्पिन का उपचार करवाना एक उपचार का एक और विकल्प हो सकता है। यह एक स्वीकार्य वैकल्पिक उपचार होता है। यह उपचार खासकर उन लोगों के लिए होता है, जो टीबी के उन बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं जो आइसोनाइजिड के प्रतिरोधी हैं।

⦁    स्वास्थ्य विभाग को सूचित करना किसी संक्रामक रोग से बचने के उपाय भी व्यक्ति को संक्रामक रोग होने की स्थिति में उसकी सूचना निकट के स्वास्थ्य अधिकारी अथवा चिकित्सक को अवश्य देनी चाहिए, जिससे समय रहते रोग के प्रसार को रोका जा सके।

दूसरी ख़ुराक लेने के बाद के वायरस-नाशक एंटीबॉडी का स्तर तीसरी ख़ुराक के बाद के स्तर के औसत से अधिक रहा। लेकिन विभिन्न व्यक्तियों के बीच इस आँकड़े में काफ़ी अंतर पाया गया। हालाँकि, चौथी ख़ुराक के बाद सभी लोगों में वायरस-नाशक एंटीबॉडी का स्तर बढ़ा पाया गया।

जब तात्कालिक प्रतिरक्षण अपेक्षित हो, जैसे रोग के प्रभाव में आ चुके व्यक्तियों के तंत्र में, तब बने बनाए प्रतिरक्षी प्रविष्ट कराए जाते हैं। ये विभिन्न स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं :

ऐसा माना जाता है कि वर्तमान में उपलब्ध टीकों की कई ख़ुराकें लेना कोरोनावायरस रोगियों को गंभीर रूप से बीमार होने से रोकने और संक्रमण को कुछ हद तक रोकने में प्रभावी है। प्रतिरक्षा विज्ञान, विषाणु विज्ञान और संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि लोगों को सहज उपलब्ध ख़ुराक जल्द से जल्द प्राप्त करने पर विचार करना चाहिए और इस बारे में ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए कि टीके का प्रकार क्या है।

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